ED ने यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर से की पूछताछ, अनिल अंबानी से जुड़ा है मामला

Ed Questions Yes Banks Rana Kapoor

Ed Questions Yes Banks Rana Kapoor

मुंबई: Ed Questions Yes Banks Rana Kapoor: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को रिलायंस अनिल अंबानी समूह की कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के हिस्से के रूप में ये बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर से पूछताछ की. अधिकारियों के अनुसार, उनकी बयान दर्ज किया गया, जो कि मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत लिया गया.

68 वर्षीय राणा कपूर को इससे पहले अलग-अलग मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में गिरफ्तार किया गया और उनसे पूछताछ की गई थी, जो कि उनके नेतृत्व वाले ये बैंक द्वारा कथित अवैध ऋण वितरण से जुड़े थे. ED के अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में कपूर और अंबानी के बीच “क्विड प्रो क्वो” संबंध की आशंका है. कपूर या उनके वकीलों की ओर से अभी इस पूछताछ या आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं आई है.

अधिकारियों के अनुसार, 31 मार्च 2017 तक ये बैंक की रिलायंस अनिल अंबानी समूह (ADAG) के प्रति कुल देनदारी लगभग 6,000 करोड़ रुपये थी, जो अगले वर्ष यानी 31 मार्च 2018 तक बढ़कर 13,000 करोड़ रुपये हो गई. जांच के तहत कंपनियां रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL) और रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (RCFL) हैं.

अधिकारियों का दावा है कि इन निवेशों का एक “बड़ा” हिस्सा एनपीआई (Non-Performing Investment) में बदल गया, और बैंक को इन लेन-देन से कुल 3,300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. यह सिर्फ सामान्य व्यवसायिक लेन-देन नहीं थे, बल्कि ये निवेश “क्विड प्रो क्वो” के रूप में किए गए. ED का कहना है कि ADAG कंपनियों ने कपूर के परिवार के नियंत्रण वाली कंपनियों को ऋण दिया.

अधिकारियों के अनुसार, दोनों व्यापारियों ने इन सौदों के संबंध में “निजी” बैठकें कीं. यह जांच 2017-2019 की अवधि से संबंधित है, जब ये बैंक ने RHFL में 2,965 करोड़ रुपये और RCFL में 2,045 करोड़ रुपये का निवेश किया. दिसंबर 2019 तक ये निवेश एनपीआई में बदल गए. RHFL का बकाया 1,353.5 करोड़ और RCFL का 1,984 करोड़ रुपये था. ED ने दावा किया कि इन दोनों कंपनियों ने 11,000 करोड़ रुपये से अधिक सार्वजनिक फंड प्राप्त किए.

अनिल अंबानी, को पहले भी ED ने उनकी समूह कंपनियों के कथित बैंक ऋण अनियमितताओं के संबंध में पूछताछ की थी. रिलायंस ग्रुप कंपनियों का कहना है कि अंबानी समूह के दैनिक प्रबंधन में शामिल नहीं थे. ED ने हाल ही में कुछ ADAG कंपनियों की संपत्तियों को 1,120 करोड़ रुपये मूल्य के लिए अटैच किया.